Ganpati rakho meri laaj

Ganpati rakho meri laaj

गणपति राखो मेरी लाज ,

गणपति राखो मेरी लाज ,

पूरन कीजो मेरे काज ,

पूरन कीजो मेरे काज। 

      सदा रहे खुशहाल गणपति ,

      लाल जो प्रथमे तुम्हें धयाये। 

      ऋद्धि - सिद्धि के दाता भाग्यभीदाता ,

      वो तुझसे सब कुछ पाए। 

      विनती सुनलो मेरी आज ,

      गणपति राखो मेरी लाज ,

      पूरन कीजो मेरे काज ,

मूर्ख को दे ज्ञान सभा में मान ,

निर्बल भी बलशाली। 

गोरी के सूत प्यारे जगत से न्यारे ,

है तेरी शान निराली। 

तीनों लोक में तुम्हारा राज ,

तीनों लोक में तुम्हारा राज

गणपति राखो मेरी लाज ,

पूरन कीजो मेरे काज ,

         जिसके सिर पे हाथ हो तेरे नाथ ,

         उसको फिर कैसा डर है ,

         जपे जो तेरा नाम सुबह और शाम ,

         तो उसका नाम अमर है ,

         तो उसका नाम अमर है ,

         सब देवों के तुम सरताज,

         गणपति राखो मेरी लाज ,

         पूरन कीजो मेरी काज।  


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