Ganpati ji vihan karo sbh door
Ganpati Ji Vihan karo sbh door
गणपति विहन करो सभ दूर ,
मैं तेरे चरणों की धुल हूँ ,
गणपति बिहन करो सब दूर ,
में तेरे चरणों की धुल हूँ।
पहले आप गणेश जी को मनाईये ,
मन दिया मांगिए मुरादां पाईये ,
इक वारी दर्शन दे दो जरूर ,
गणपति विहन करो सब दूर ,
में तेरे चरणों की धुल हूँ।
शिवजी है कैलाश निवासी ,
पार्वती है उन की दासी ,
उन के बालक है भरपूर ,
गणपति विघन करो सब दूर ,
में तेरे चरणों की धुल हूँ।
हनुमान जब लंका पधारे ,
पहले आध गणेश जी को मनाइये ,
दुश्मन हो जाये चकनाचूर
गणपति विघन करो सब दूर ,
में तेरे चरणों की धुल हूँ।
प्रेम सहित जो गणेश मनाइये ,
जो भगाया सो ही फल पावे ,
केसर तिलक लगाओ जरूर ,
गणपति विघन करो सब दूर,
में तेरे चरणों की धुल हूँ।
दासन- दासी अर्जा करदी ,
मैं हाँ भिखारन तेरे दर की ,
भिक्षा पाओ जरूर ,
गणपति विघन करो सब दूर ,
में तेरे चरणों की धुल हूँ।
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