Bade sundar lagte hai yeh Mehal , Chobare
Bade sundar lagte hai yeh Mehal , Chobare
सुन्दर लगते हैं महल ,चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
आ बहते हैं कर्मा वाले ,
जहाँ सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
आओ संगतों सतसंग जाईये ,
मुख से प्रभु की महिला गाईये,
दुःख कटेंगे चौरासी वाले ,
जहां सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
सतसंग के बिच में तन - मन रंगदा,
यह रस छोड़ने को मन नहीं करदा ,
चाहे छूट जाये स्वर्ग द्वार ,
जहां सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
पापी को सतसंग नई भाता ,
भूल - भूल से ओ चले जांदा ,
उधर बैठ कर भी गप्पे मारे ,
जहाँ सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
पल दो पल सतसंग में जाओ ,
जीवन अपना सफल बनाओ ,
बड़ी मुश्किल से संत पधारे ,
जहाँ सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
मीरा जैसे लगन लगा लो ,
गले में चोला प्रेम का पा लो ,
वहीँ आते हैं प्रभु के नज़ारे ,
जहाँ सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता ,
सुन्दर लगते हैं महल , चौबारे ,
जहाँ सतसंग लगता।
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